काल दर्पण हिंदी पंचांग भारत के सभी क्षेत्रों में सबसे प्रामाणिक और सबसे तेजी से बढ़ने वाला कैलेंडर है जो भारत के त्योहारों, शुभ दिनों और सभी धर्मों की संस्कृति के बारे में नवीनतम जानकारी प्रदान करता है। मां सावित्री ज्योतिष अनुसंधान केंद्र लगातार डिजिटल दुनिया के लिए गूगल प्ले स्टोर पर काल दर्पण पंचांग का अपना एप्लिकेशन संस्करण उपलब्ध करा रहा है।
काल दर्पण की महत्वपूर्ण विशेषताएं हैं:
1) उपलब्ध
2) पंचांग (कैलेंडर) वर्ष संपूर्ण विवरण के साथ।
3) पूरे वर्ष का मासिक भविष्य, पंचांग और शुभ दिन।
4) पूरे वर्ष के विवाह (विवाह-वशिष्ठ) मुहूर्त माहवार।
5) पूरे वर्ष का संकष्टी समय माहवार।
6) पूरे वर्ष का माहवार पंचक।
7) पूरे वर्ष के लिए हिंदू व्रत और त्यौहार (त्योहार), माहवार।
8) रोचक ज्योतिष और वास्तु जानकारी पढ़ें।
9) पढ़ें पूरे साल का सभी राशियों का राशिफल (Rashifal)।
10) बेहतर जीवन जीने के लिए जीवन उपयोगी उपाय (कई उपयोगी जानकारी और उपाय) पढ़ें।
11) पूरे वर्ष की छुट्टियों, त्योहारों और व्रतों का माहवार विवरण।
सनातन धर्म में विभिन्न काल खंडों को पंचांग के आधार पर समझने का प्रयास किया गया है। पंचांग से लेकर ऐतिहासिक आदि तक का विवरण जिस दिनदर्शन में हो, ऐसे दिनदर्शन अर्थात कैलेंडर अब 'काल दर्पण' के रूप में उपलब्ध है। काशी के सुप्रसिद्ध ज्योतिर्विद् डॉ. बालकृष्ण मिश्र, विद्या वारिधि (पीएचडी) काशी के समुच्चय तथा 'मां सावित्री ज्योतिष अनुसंधान केंद्र' (रजि.) के द्वारा प्रकाशित हिंदी कैलेंडर 'काल दर्पण 2021' बहुत ही प्रामाणिक पंचांगयुक्त दिनदर्शिका है। इसमें तिथियां-व्रत त्यौहार और जीवन में नित्य उपयोग आने वाले, उदाहरणार्थ-चौघड़िया, पंचक, प्रदोष व्रत, तृतीया व्रत, संकष्टी, मनावरात्रि, नवरात्रि, श्री कृष्ण जन्मोत्सव, मासिक राशिफल, गंडमूल नक्षत्र, शिव की विशेष पूजा आवश्यक 'शिव वास' तथा विवाह के विशिष्ट आकर्षण आपके लिए प्रामाणिकता से दर्शन दिए गए हैं। भारत में ही नहीं बल्कि 'काला दर्पण' के माध्यम से करोड़ों लोग इसका लाभ प्राप्त कर रहे हैं। हमारी संस्था को गर्व हो रहा है कि समाज के लोगों को किसी भी प्रकार से सेवा करने का अवसर प्राप्त हो रहा है।
ज्ञात हो कि वैदिक ज्योतिष एक ऐसी विधा है जिससे नक्षत्रों एवं संकेतों के विषय में अद्भुत ज्ञान प्राप्त होता है। उन नक्षत्रों एवं राशियों की चाल से व्यक्ति विशेष के जीवन में चित्रांकन वाले प्रभाव को सविस्तार बताया जा सकता है। मानव ब्रह्मांड द्वारा रचित मूलतः मानव का वर्तमान काल, भूत काल और भविष्य काल सीधे-सीधे नक्षत्रों की गतियों से भी जुड़ा है। चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होने का कारण मनुष्य के कार्यों पर अधिक प्रभाव पड़ता है और सभी आकाशीय पिंडों में सूर्य मध्य और प्रधान ग्रह हैं। मूलतः सभी नक्षत्रों पर उन्हीं का प्रभाव पड़ता है। वैदिक आध्यात्म के आधार पर मनुष्य का विवेक, तंत्रिकाओं से ही नहीं, वर्ण-इन नक्षत्रों के प्रभाव से भी बनी हुई है। दूसरे शब्दों में मनुष्य की हर क्रिया कलाप इन नक्षत्रों और संकेतों से प्रभावित होती है। आधुनिक भौतिक सिद्धांत का क्वांटम सिद्धांत इसी तर्क पर आधारित है कि हमारी शक्तियाँ इन नक्षत्रों और संकेतों के द्वारा निर्धारित या नियंत्रित होती हैं। इसी व्यवस्था के आधार पर 'मां सोनिया ज्योतिष अनुसंधान केंद्र' (रजि.) के सतत शोध के तहत ही समाज का वैदिक मार्गदर्शन करने के लिए 'काल दर्पण' कैलेंडर-हिंदी पंचांग का प्रकाशन किया गया है। इसके माध्यम से आपके घरेलू क्लेश, सामाजिक-औद्योगिक, औद्योगिक और वैज्ञानिक अनुसंधान को दूर करने के उपाय बताए गए हैं। 'काल दर्पण कैलेंडर' 15 तारीख को प्रकाशित होता है। यह 'काल दर्पण कैलेंडर' हर नर-नारी की पहली पसंद है। इस कैलेंडर के हर माह के मुख्य पृष्ठ पर तिथि, व्रत-त्योहार, संक्रांति, पंचक, गंधमूल आदि की विशेष जानकारी है। पीछे के हर पृष्ठ पर माह विशेष का राशिफल, गंडमूल फल, विवाह के विशिष्ट आह्वान, शिव की विशिष्ट पूजा करने के लिए शिव वास तथा ज्योतिष एवं वास्तु से संबंधित विशेष वास्तु भी प्रकाशित किया गया है जिसे पाठकगण पढ़ कर अपने जीवन में विशेष लाभ प्राप्त कर सकते हैं। प्राप्त कर सकते हैं। अन्य सरकारी कैलंडरों की कीमत भी कम है। अपने सामान बाजार से प्रकाशित 'काल दर्पण' को प्राप्त कर जीवन को प्रभावित करें।